हिन्दू धर्म के अंदर काले धागे को बहुत ही शुभ माना गया है और पुरानी मान्यताओं के अनुसार लोग अक्सर बुरी नजरों और दोषों से बचने के लिए काले धागे को धारण करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में भी काले धागे को धारण करने से जुड़े हुए बहुत से फायदे बताये गए हैं। आप इस धागे को हाथ, पैर, कमर, कलाई और गर्दन में पहन सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अलावा लाल किताब में भी काले धागे को पहनने से सम्बंधित बहुत सी चीज़ों को बताया गया है। लेकिन कुछ विशेष राशि के लोगों को काले धागे को नहीं पहनना चाहिए, आइये जानते हैं काले धागे को पहने के बाद होने वाले फायदों के बारे में।
यदि कोई गर्भवती महिला काले धागे को अपने पैरों में धारण करती है तो उसे गर्भवस्था के दौरान होने वाले दर्द से छुटकारा मिल सकता है। काले धागे को बांधते वक़्त यह ध्यान रखना जरुरी है कि धागे में 7 गांठ पहले से बंधी हुई हों।
यदि कोई युवा अपनी नौकरी को लेकर परेशान रहता है तो उसे अपने दाहिने हाँथ की बाजू में काले धागे को बांधना चाहिए, ऐसा करने से कार्यस्थल पर कोई भी आपको नुकसान नहीं पहुंचा सकता है।
यदि कोई नई दुल्हन दाएं पैर के अंगूठे में काले धागे को बांधती है तो उसके घर में खुशियों की बहार आती है।
यदि कोई मरीज लम्बे समय से बीमार है तो उसके कमर में काले धागे को बांधने से उसकी तबियत में सुधार होता है और शरीर में मौजूद सभी नकारत्मक ऊर्जाएं नष्ट हो जाती हैं।
अगर आपको लगता है कि आपको जल्दी ही किसी की भी नजर लग जाती है तो उससे बचने के लिए आपको अपने कलाई में काले धागे को बांधना चाहिए।
यदि आपको अपने घर के अंदर किसी नकारात्मक शक्ति का प्रभाव लग रहा है तो आपको अपने गले में काले धागे का धारण करना चाहिए। काले धागे को धारण करते ही आपके शरीर और घर में मौजूद सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां अपने आप ही समाप्त होने लगती हैं। गले में काले धागे को धारण करते वक़्त उसमें लोहे का एक छोटा सा चाकू बांध लें।
यदि जीवन साथी के साथ रिश्तों में दरार या फिर मतभेद है तो आपको अपने बाएं हाथ की अनामिका ऊँगली में काले धागे को पहनना चाहिए, ऐसा करते ही जीवन साथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी।
काले धागे को धारण करने से पहले उसको मंत्रो के साथ अभिमंत्रित करना जरुरी होता है, काले धागे को धारण करने का सबसे सही दिन मंगलवार और शनिवार है। काले धागे को धारण करने से पहले आप किसी ज्योतिषी से सलाह भी ले सकते हैं इसके साथ ही रूद्र गायत्री मन्त्र का जाप करने के बाद ही काले धागे को धारण करें।
मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को काले धागे को धारण करने से बचना चाहिए अगर इन राशि के लोग काले धागे को धारण करते हैं तो उन्हें धन, मान – सम्मान और स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्याओं से सामना करना पड़ सकता है। इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि इन दोनों ही राशियों का स्वामी ग्रह मंगल है और ऐसा माना जाता है की मंगल को काले रंग से नफरत है।
आचार्य मुरारी पांडेय जी
।।। जय सियाराम।।।
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